Название | रात की रौशनी (रक्त बंधन पुस्तक 2) |
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Автор произведения | Amy Blankenship |
Жанр | Ужасы и Мистика |
Серия | |
Издательство | Ужасы и Мистика |
Год выпуска | 0 |
isbn | 9788835430056 |
“तुमने कैसे....…” अपनी मेज़ के पीछे जा कर भारी मन से बैठते हुए पुजारी अचानक और भी बूढ़ा लगने लगा। “जब मैं आया, और मैं नीचे गया तो पाया कि कुछ अजनबी सफाई कर रहे हैं। बहुत गड़बड़ थी... मैं छिपा रहा। वे बहुत तेजी और शांति से यह सब कर रहे थे। क्या आप वह सब कर सकते थे?"
"यदि मैं तुमसे कहूँ कि हमारी तरफ एक फरिश्ता है तो क्या तुम मुझ पर विश्वास करोगे?" जब उस आदमी ने अपनी सिर उठा कर सख्त नज़र से उसे देखा तो स्टीवन ने आगे कहा, "मैं और मेरा दोस्त यहां यह सुनिश्चित करने के लिए आए हैं कि चर्च अभी भी साफ है।"
"तुम्हें लगता है कि और भी हैं?" पुजारी ने अपना चेहरा रगड़ा।
“मुझे पता है कि और भी हैं। सवाल यह है कि क्या वे यहाँ हैं?" स्टीवन यह सोच कर खड़ा हो गया कि उसने निक को पहले ही काफी देर के लिए अकेला छोड़ दिया है। उसका दोस्त निडर होने के लिए जाना जाता था और इससे उसे घबराहट होने लगी। "हम उस रात की घटना को दोहराना नहीं चाहते।"
पुजारी ने उसे ध्यान से देखा जैसे कि झूठ की तलाश कर रहा हो। अंत में, बूढ़े आदमी ने सांस छोड़ी और सिर हिलाया, "ठीक है, किसी कारण से मैं तुम पर विश्वास कर रहा हूँ। कभी-कभी ईश्वर रहस्यमय तरीके से काम करता है। जो करना आवश्यक हो, वो करो।"
“उम्मीद है, इस बार हमें कोई… राक्षस नहीं मिलेंगे और अगर आप यहीं रहने का वादा करें तो आप जागते रह सकते हैं।” उसे याद आया कि जब उसने दरवाज़ा खोला था तो कि पुजारी ने क्या कहा था। "क्या आप किसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं?"
"हाँ, वह उस