चौथाई चाँद. Massimo Longo E Maria Grazia Gullo

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Название चौथाई चाँद
Автор произведения Massimo Longo E Maria Grazia Gullo
Жанр Зарубежное фэнтези
Серия
Издательство Зарубежное фэнтези
Год выпуска 0
isbn 9788835423546



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td> तीसरा अध्याय उसने महसूस किया कि लड़का दहशत में था, और उसकी हंसी फूट पड़ी चौथा अध्याय एक आवाज़ उसके कानों में किसी अजनबी भाषा के शब्द फुसफुसा रही थी पाँचवाँ अध्याय किसी भयानक चीज़ का सामना छठा अध्याय वह उन लोरियों को अपने दिमाग से निकाल नहीं पा रहा था सातवाँ अध्याय अस्पष्ट वर्ण लोरी की आवाज़ से जल उठे थे आठवाँ अध्याय उस भयानक आकृति का एक प्रतिबिंब नवां अध्याय अनंत को जाने वाली गोल सीढ़ियाँ दसवाँ अध्याय उसे ऐसा लगा कि वह आसमान में अपने नंगे हाथों से छेद कर देगा ग्यारहवाँ अध्याय यह विचार उसकी आत्मा को मथता रहा बारहवाँ अध्याय इसने उसे एक सल्फरयुक्त लहसुन अर्क की याद दिला दी तेरहवाँ अध्याय वह आकाश से नीचे आई और साथ में अपने काले बादल भी खींच लाई चौदहवाँ अध्याय वह एक बादल के नीचे चढ़ गई पंद्रहवाँ अध्याय जैसे उसे ज़मीन खा गई सोलहवां अध्याय अचानक एक तीव्र गड़गड़ाहट जैसा अजीब सा शोर गूँज उठा सत्रहवाँ अध्याय जब वह आसानी से आगे बढ़ रही थी, वह सीमा पार कर गया अठारहवाँ अध्याय पंजे उसकी त्वचा में गहरे धंस गए थे उन्नीसवाँ अध्याय एक विक्टोरिया स्पंज केक पर आइसिंग की तरह बीसवाँ अध्याय हर बार कोई बच्चा मुझे एक निश्चित नाम से बुलाता है, इस तरह मेरा नाम रखा जाता है।

      प्रस्तावना

      “सब कुछ ठीक हो जाएगा, अब तुम बड़े हो गए हो.....जाओ और दूसरे बच्चों के साथ खेलो। हम फिर मिलेंगे, मैं वादा करता हूँ!”

      बच्चा आँसू भरी आँखों से उसे दूर जाते हुए देखता रहा; वह, अकेला आदमी, जिसके साथ वह हमेशा से खेलता आया था।

      बच्चा धूप से भरे पार्क की तरफ दौड़ता हुआ वापस आया, जहां वह पड़ोस के दूसरे बच्चों के साथ खेल में लग गया, इससे उसके काल्पनिक दोस्त की यादें धीरे-धीरे उसके दिमाग से मिटने लगी थीं।

      दूसरे बच्चों के बीच अपना रास्ता बनाने के बाद, वह आखिरकार स्लाइड तक पहुंच ही गया। उसने एक पल भी बर्बाद नहीं किया और तेज़ी से स्लाइड पर नीचे की ओर फिसलना शुरू कर दिया। अभी वह स्लाइड के नीचे तक भी नहीं पहुंचा था, कि उसने देखा कि एक छोटी सी गोरी लड़की अपनी माँ से दूर भागी, और भागते हुए उसके पैरों की ओर आई। वह अपनी गति धीमी नहीं कर पाया और उससे बुरी तरह टकरा गया।

      छोटी लड़की ने अपना संतुलन खो दिया और उसका सिर स्लाइड के ठोस किनारे से टकरा गया।

      उसने छोटी लड़की तक पहुँचने और यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि वह ठीक है, लेकिन उसकी माँ ने उसे बड़ी बेरहमी से खींच कर उससे दूर कर दिया, जो उसकी मदद के लिए आई थी। अचानक, दादा-दादी और माओं की एक भारी भीड़ बेचारी छोटी लड़की के आसपास इकट्ठा हो गई।

      जब वह बड़े लोगों के पैरों के बीच से रेंग कर दूर जाने की कोशिश कर रहा था, तो वह केवल यह सुन सका था कि वह बेहोश हो गई थी। "कोई एम्बुलेंस बुलाओ!"

      उस आवाज के साथ, जो उसके कानों में भयंकर ढंग से गूँज रही थी, आशंकाओं ने उसे घेर लिया। वह पार्क के पीछे वाले जंगल की ओर भाग गया।

      अचानक, उसके चारों ओर हर चीज पर अंधेरा सा छा गया। ठंडी हवा अजीब सी आवाज़ें निकालती हुई चल रही थी। अज्ञात आवाज़ें पार्क के माँ-बापों की चख-चख के साथ मिल कर उसके कानों में गूंजने लगीं। वे पेड़ों के एक समूह की ओर से आ रही थीं, जहां से एक लंबी सी छाया खुद को ज़ाहिर कर रही थी। फिर वह आवाज़ जो विभिन्न दिशाओं से आ रही थी, और भी तेज़ होती गई। वह अधिक से अधिक तेज़ हो कर उसके कानों तक आती रही, फिर उसे महसूस हुआ कि वह उसके कानों में फुसफुसा रही है:

      "दमनबालेस आइस ओम, मिरदो ख्वाइस मिरदो, सेसा विरंट आइस ओम